बाबूलाल मरांडी से भी गठबंधन पर बात हो, जिससे पता चले उनके मन में क्या है: इरफान अंसारी

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी से भी गठबंधन के मसौदे पर बात की जानी चाहिए, जिससे पता चले उनके मन में क्या है। जनता को भी पता चले कि किन हालात में बाबूलाल अलग हुए। जब लोकसभा चुनाव हम सभी मिलकर लड़े तो विधानसभा चुनाव भी साथ मिलकर लड़ना चाहिए। साथ ही बाबूलाल मरांडी को भी अपनी बात जाहिर करनी जाहिए। अगर वे सीटें अधिक चाहते हैं तो गठबंधन की बैठक में शामिल होकर भावना से अवगत कराना चाहिए। लोकसभा चुनाव में उन्होंने मनचाही कोडरमा और गोड्डा की सीट ली थी। साथी दलों ने उनकी बात भी मान ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद वे लगातार गठबंधन से दूरी बनाए हुए हैं, जबकि उनका मान सम्मान किया जाता रहा है। इरफान ने कहा है कि कांग्रेस में सभी सीनियर लीडर का विधानसभा चुनाव लड़ना जरूरी है। इससे जनमत जुटाने और भाजपा को शिक्सत देने में आसानी होगी। इरफान ने कहा कि फुरकान अंसारी, रामेश्वर उरांव, ददई दुबे, प्रदीप बलमुचू सरीखे नेताओं का चुनाव लड़ना जरूरी है। इसके लिए गठबंधन में सीट भी सुरक्षित रखनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में इरफान अंसारी ने कहा है कि फुराकन साहब को पार्टी मधुपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाए। झामुमो के लिए वह सीट मुफीद नहीं है। फुरकान अंसारी बड़े अंतर से मधुपुर की सीट जीत सकते हैं। लिहाजा झामुमो को दिल बड़ा करना चाहिए। गठबंधन का नेतृत्व भी झामुमो कर रहा है। इरफान अंसारी का कहना है कि लोकसभा चुनाव में फुरकान अंसारी की गोड्डा सीट झाविमो को दे दी गई थी, इसलिए पार्टी हमारी बातों पर गौर करे। अंसारी ने कहा कि भाजपा के खिलाफ मौहाल है। विधानसभा चुनाव में विपक्षी दल बेहतर प्रदर्शन करेंगे। क्या गठबंधन सिरे चढ़ेगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि बातचीत तो चल ही रही है। कांग्रेस बिल्कुल गठबंधन के पक्ष में है। हमारे प्रभारी लगातार झारखंड दौरे पर हैं। अगर झामुमो को नेतृत्व करना है तो उसे भी गठबंधन के पक्षों का ख्याल रखना चाहिए।